1 पतरस 3:4 - Garhwali4 बल्किन मा तुमरो सौ-सिंगार त तुमरा जीवन मा होण चयेणु, जन कि शान्त सभौ, अर दीन होण की आत्मा, ज्वा कि कभि खतम नि ह्वे सकदी। अर यू ही पिता परमेस्वर का दिखण मा भौत कीमती च। Gade chapit laगढवली नयो नियम4 तुम्हरी सुंदरता ईं बात पर निर्भर हूंण चयणी च कि तुम हकीकत मा कु छा, यु एक विनम्र अर शान्त बरतौ च, जु कि पिता परमेश्वर कु भौत अनमोल च। Gade chapit la |
अर जु लोग तुमरि शिक्षा को विरोध करदिन, इन्द्रया लोगु तैं तुमतै नमर बणि के सिखौण वळु होण चयेणु, किलैकि विरोध करण वळा यू लोग शैतान की इच्छा तैं पूरि करणु खुणि वेका जाल मा फंस्यां छिन। अर यों लोगु तैं ईं उम्मीद का दगड़ा मा सिखौ, कि क्या पता परमेस्वर यों तैं भि पस्ताप करण को मन दे द्यो, ताकि यू भि सच्चै का ज्ञान तैं समझि जा अर चौकस ह्वेके शैतान का जाल बटि छुटी जा।
हे मेरा दगड़्यों, मि पौलुस यीशु मसीह की तरौं दया करण वळु, अर दीन सभौ को बणि के हमेसा तुम से बिन्ती करदु, मगर तुमरा बीच मा कुछ लोग इन्द्रया छिन जु कि इन बुल्दिन कि, “अरे, जब पौलुस तुमरा बीच रौन्दु तब उ बिल्कुल सीदु-सादु बणि के रौन्दु, मगर जब उ तुम से दूर चलि जान्दु त अपणी चिठ्ठीयों मा इन लिखदु जन कि उ तुमतै धमकी देणु होलु।”