1 पतरस 1:6 - Garhwali6 अर या ही तुम खुणि बड़ा आनन्द कि बात च, हालांकि, तुमतै अभि बन्नि-बन्नि अजमैसों की वजै से दुख-तकलीफ झिलण पोड़ीनी छिन, पर यू सब त कुछ ही बगत खुणि च। Gade chapit laगढवली नयो नियम6 तुम तैं यूं सभि चीजों का बारा मा खुश हूंण चयणु च, चाहे अभि थोड़ा बगत कु ही किस्म-किस्म की परेशानियां तुम तैं दुखी कैरो, Gade chapit la |
इलै अब जु दुख-तकलीफ तुम कुछ देर खुणि सौणा छाँ, वे कष्ट बटि पिता परमेस्वर तुमतै भैर निकळळु, अर तुमरा बिस्वास की बुनियाद तैं और भि जादा मजबूत अर पक्कु करलु, किलैकि पिता परमेस्वर ही च, जु कि अपणी पूरि किरपा करदु अर वेन ही तुमतै यीशु मसीह का द्वारा मिलण वळा आदर-सम्मान मा अपणा पास बुलयूं च, जु कि सदनि को च।
अर तुमुन इपफ्रुदीतुस भै का बारा मा सुणी कि वु भौत बिमारि च। हाँ, या बात सच्चि च कि उ भौत बिमार ह्वे गै छौ, इख तक कि उ मुरण वळु छौ, मगर पिता परमेस्वर न वे पर दया कैरी, बस वे पर ही ना बल्किन मा मि पर भि ताकि मितैं और भि जादा दुख नि झिलण पोड़ो। अर अब इपफ्रुदीतुस भै तुम से मिलणु खुणि भौत बेचेन च अर तरसणु च।