हे मेरा नौना तीमुथियुस, तू बिस्वास मा मजबूत बणयूं रौ। अर तिन परमेस्वर खुणि जु-जु काम करण छिन, वेका बारा मा भौत सा रैबर्यों न भविष्यबाणियाँ करिनी। अर जु कुछ भि ऊंका द्वारा बुले गै ऊंका मुताबिक ही मि त्वेतै आज्ञा देन्दु, कि तू एक सिपै की तरौं झूठ्ठा गुरु लोगु की शिक्षा का खिलाप एक अच्छी लड़ै कैर। अर सच्चा मन से अर बिस्वास रखी के इन्नि कनु रौ, किलैकि कुछ लोग न सच्चा मन का विचारों तैं नाकारियाली। फिर जन समुन्दर मा जाज टूटी के नास ह्वे जान्दु, ठिक उन्नि ऊंका बिस्वास को भि नास ह्वे गै।