1 कुरिन्थि 5:6 - Garhwali6 अर तुमतै क्या लगदु, कि बड़ु मोन कन ठिक बात च? अर क्या तुम नि जणद्यां कि, “अगर थुडु सा खमीर तैं आटा मा मिल्ये जौ, त उ पूरा गुन्द्यां आटा तैं खमीर बणै देन्दु।” Gade chapit laगढवली नयो नियम6 तुम्हरो बड़ो मोन कन ठिक नि च मण्डलि पूरा ढंग पर अनैतिकता तैं लै के दुःखी अर वे बट्टी दूर हूंणा का बजाय वे पर बड़ो मोन कनी च; जन जरा सी खमीर पूरा गूंदयां आटा तैं खमीर कैरी दींद उन ही, जु एक आदिम तैं पाप कने की मंजूरी मिलो, त जल्द ही सभि लोग भि उन ही कनु कु प्रभावित होला। Gade chapit la |
अर क्या तुम नि जणद्यां, जब तुम खुद तैं एक गुलाम की तरौं दुसरो का सुपुर्द कैरी देन्द्यां, तब तुम उई काम करद्यां, जन तुमरो मालिक चान्दु। अर ठिक उन्नि जु मनखि पाप की सेवा करदु वेका बदला मा वे खुणि मौत रखी च, अर जु मनखि पिता परमेस्वर की आज्ञा को पालन करदु वांका बदला मा वे खुणि सदनि को जीवन रख्युं च।