1 कुरिन्थि 5:5 - Garhwali5 अर उ आदिम जैन गळत काम कैरी, वेतैं अपणा समुदाय का बीच बटि बेदखल कैरिके शैतान का हवाला कैरी द्या, ताकि उ अपणा पाप से पस्ताप कैरो। अर अगर उ पस्ताप करलु, त वे दिन उ बचि जालु जब प्रभु न्याय करलु। Gade chapit laगढवली नयो नियम5 उ आदिम जु पाप मा जीवन जींणु च, वे तैं अपड़ी मण्डलि बट्टी निकाली द्या, अर वे तैं शैतान की तागत मा वापिस दे द्या कि यु आस किये जा साक कि जु उ पापों बट्टी पश्चाताप कैरो, तब उ हक्कीकत मा जब प्रभु न्याय करलो वे दिन उ बचै जालो। Gade chapit la |
अर अगर तुम मा बटि कुई कै भै या बैंण तैं इन पाप करद देखो, जु की वेतैं परमेस्वर बटि हमेसा खुणि दूर नि करदु, त तुमतै वे खुणि प्रार्थना करण चयेणी। अर परमेस्वर वेतैं जीवन द्यालु, जैन इन पाप नि कैरी जैकी वजै से उ मनखि परमेस्वर से दूर ह्वे जौ। मगर कुछ पाप इन्द्रया भि छिन जु कि ऊंतैं परमेस्वर बटि हमेसा खुणि दूर कैरी देन्दिन, अर इन्दरि बातों का बारा मा प्रार्थना करणु खुणि मि नि बुल्दु।