1 कुरिन्थि 4:4 - Garhwali4 किलैकि मेरु मन मितैं कैं भि बात मा दोषी नि ठैरान्दु, मगर फिर भि मि धरमी साबित नि होन्दु, किलैकि जु मेरी जाँच-पड़ताल करदु उ प्रभु ही च। Gade chapit laगढवली नयो नियम4 किलैकि मेरू जमीर भि मि तैं कै भि बात मा भंगारी नि ठैरांद, पर ईं बात से मि निर्दोष नि ठैरदु, किलैकि मेरू जांच कन वलो प्रभु च। Gade chapit la |
इलै जबरि तक न्याय को बगत नि ऐ जान्दु, तबरि तक कै का दगड़ा मा कुई गळत काम नि कैरा। अर जब हमरु प्रभु यीशु आलु, त उई ईं बात को न्याय करलु, अर लोगु तैं ऊंका भला-बुरा कामों का बारा मा बतालु, जु ऊंन लुकि-छिपी के करिनी। अर उ इन भि बतालु, कि ऊंका मनों मा क्या च। तब पिता परमेस्वर ऊं लोगु की तारीफ करलु, जु वेका काम खुणि वफादार छिन।
अर यीशु न तिसरी दौं वेकू बोलि, “हे यूहन्ना का नौना शमौन, क्या तू मि बटि प्यार करदी?” तब पतरस तैं दुख ह्वे, किलैकि यीशु न तिसरी दौं वे बटि पूछी छौ कि, “क्या तू मि बटि प्यार करदी?” इलै वेन वेकू बोलि, “हे प्रभु, तुम त सब कुछ जणद्यां। अर यू भि जणद्यां, कि मि तुम बटि प्यार करदु छौं।” तब यीशु न वेकू बोलि, “मेरी भेड़ों तैं चरो।