1 कुरिन्थि 16:10 - Garhwali10 अर जब तीमुथियुस भै तुमरा पास कुरिन्थि नगर मा आलु, त वेको स्वागत बड़ा अच्छे से कर्यां। हे मेरा भै-बैंणो, तुम वेका दगड़ा मा कुई भि गळत बरतौ नि कर्यां, किलैकि जन मि छौं ठिक उन्नि उ भि प्रभु की सेवा करण वळु च। Gade chapit laगढवली नयो नियम10 जु तीमुथियुस तुम मा कुरिन्थुस शहर ओ, त वेको अपड़ा बीच मा स्वागत करयां; किलैकि उ मि जन प्रभु कु काम करद। Gade chapit la |
इलै सुणा, मि तुमरा पास तीमुथियुस भै तैं भेजणु छौं। अर उ मेरा नौना का जन च, जै से मि भौत प्यार करदु अर उ प्रभु का काम खुणि भरोसा का लैख मनखि च। जब उ उख पौंछुलु त उ तुमतै याद दिलौलु, कि यीशु मसीह का पिछनै चलण मा मेरु चाल-चलन कन च। अर जब मि कै बिस्वासी समुदाय मा जान्दु, त उखा लोगु तैं मि कै तरिकळ सिखौन्दु।
हे मेरा भै-बैंणो, मि पौलुस पिता परमेस्वर की मनसा से यीशु मसीह को खास चेला होणु खुणि बुलये ग्यों। अर मि या चिठ्ठी हमरा बिस्वासी भै तीमुथियुस का दगड़ा मा कुरिन्थि नगर का लोगु खुणि लिखणु छौं, हाँ तुम खुणि ही तुम जु कि परमेस्वर का समुदाय छाँ। अर या चिठ्ठी ऊं सब पवित्र मनखियों खुणि भि च जु कि पूरा अखया मुलक मा छिन।