1 कुरिन्थि 1:7 - Garhwali7 अर अब तुम मा कैं भि आत्मिक दान-बरदान की कमी नि च, किलैकि वेन तुम पर किरपा कैरिके तुमतै सब कुछ दान का रुप मा दियाली। इलै तुम भि हमरा प्रभु यीशु मसीह का वापस औण को इंतजार कना छाँ। Gade chapit laगढवली नयो नियम7 इन ही कै तुम मा हरेक आत्मिक वरदान च, ज्यांकी तुम तैं जरूरत च, अर तुम तैं हमारा प्रभु यीशु मसीह का वापिस आंण कु इन्तेजार करदां। Gade chapit la |
इलै जबरि तक न्याय को बगत नि ऐ जान्दु, तबरि तक कै का दगड़ा मा कुई गळत काम नि कैरा। अर जब हमरु प्रभु यीशु आलु, त उई ईं बात को न्याय करलु, अर लोगु तैं ऊंका भला-बुरा कामों का बारा मा बतालु, जु ऊंन लुकि-छिपी के करिनी। अर उ इन भि बतालु, कि ऊंका मनों मा क्या च। तब पिता परमेस्वर ऊं लोगु की तारीफ करलु, जु वेका काम खुणि वफादार छिन।
अर या बात सच्चि च कि मिन तुमरा दगड़ा मा उन बरतौ नि कैरी जन मि दुसरि जगा मा रौण वळा बिस्वासी समुदाय का लोगु का दगड़ा मा करदु, जौं की शुरुवात मेरा द्वारा ही किये गै। अर तुमतै क्या लगदु कि मिन कुछ गळत कैरी? नऽ रे ना, मिन त अपणी जरुरत तैं पूरि करणु खुणि तुम से कुछ नि मांगि, त क्या अब मितैं तुम से माफी मंगण पोड़लि?