एक बिस्वासी मंडळी का रूखाळा परधान म आँगळी टेकबा की झघा नइ हो, बिकै एकई लूगाई हो, खुदनै बस म राखबाळो, थ्यावस राखबाळो अर मरियादा म रेह्बाळो, बो आपकै घर म अणजाण की बी आवभगत करै, बो सीखाबा म निधान हो।
पण जद पोलुस धारमिक्ता, खुद प काबू राखबो अर परमेसर को मिनखा प आबाळा न्याय का दिन क बारां म बोलबा लाग्यो जणा फेलिक्स डरगो अर बोल्यो, “इब तो तू जा कदै ओज्यु मोको पड़सीक जणा तनै बुलास्युं।”