साचली तो आ ह क आपा सगळा बी बाकी जंय्यांई पेल्या बुरी इंछ्या गेल दिन काटर्या हा जखी काया अर मन की इंछ्या होती बिनैई करर्या हा। अर आ सगळा की जंय्यांई आपा बी परमेसर का परकोपनै भोगबा जोगा हा।
थारी काया का अंगानै अधरम का सादन होबा ताँई पाप क हाता म मना द्यो, पण मरेड़ा मऊँ जी उठबाळा की जंय्यां परमेसर क हाता म द्यो। अर थारी काया का अंगानै धरम का सादन होबा ताँई परमेसरनै सूप द्यो।
पण म मेरी काया म ओरई नेम-कायदानै काम करता देखूँ हूँ जखो मेरी सोच प राज करबाळा नेम-कायदाऊँ लड़ै ह। अर मनै पाप का नेम-कायदा को केदि बणा लेवै ह, अ नेम-कायदा मेरी काया म काम करै ह।