के थे ओ कोनी जाणो क, थे कोई क हाता म खुदनै दास की जंय्यां सूपो हो जणा थे बिको कह्यो मानबा ताँई बिका गुलाम हो। जणा पाछै चाए थे मरबा ताँई पाप का दास बणो नहिस कह्यो करबाळा बणो जखो थानै धारमिक्ता कानि लेज्यासी।
साचली तो आ ह क आपा सगळा बी बाकी जंय्यांई पेल्या बुरी इंछ्या गेल दिन काटर्या हा जखी काया अर मन की इंछ्या होती बिनैई करर्या हा। अर आ सगळा की जंय्यांई आपा बी परमेसर का परकोपनै भोगबा जोगा हा।
क्युं क अ मिनख बड़बड़ाबाळा, दुसरा मिनखा म दोस ढुंढबाळा, आपकी इंछ्यानै पूरी करबा बेई जिबाळा, बडा-बडा बोल बोलबाळा अर आपका फायदा ताँई दुसरा की चमचागरी करबाळा हीं।
आपा इ काया म होतासोता बोज क तळै दबर तड़पर्या हां, इकी बजे आ ह क आपा खुदकी कायानै बदलबो कोनी चावां पण इ काया म ईस्बर नगरी को जीवन जिबो चावां हां, जिऊँ मरबाळो जीवन अजर-अमर जीवन होज्यावै।