4 थ्यावसऊँ खराई अर खराईऊँ आस जलम लेवै ह।
परमेसर जखो दया को दाता ह। बोई थानै मसी म जुग-जुग ताँई आपकी की मेमा ताँई बुलायो ह। अर थारै थोड़ोसोक दुख भोगबा क पाछै बो खुदई थानै मजबूत, ताकतबर अर पक्को बणासी।
बो मिनख भागहाळो ह जखो बिचास्या जाबा की घड़ी म डट्यो रेह्वै ह, क्युं क बिनै बिचास्या जाबा क पाछैई खरो मिनख बणार जीवन को मुकट मिलसी, जिनै परबु आपका परेम करबाळानै देबा को बादो कर राख्यो ह।
हरेक बात जखी पबितर सास्तर म मांडी गई ह, बा आपानै सीख देबा ताँई हीं, जिऊँ जखी थ्यावस अर हिमत सास्तराऊँ मिलै ह, बिऊँ आपानै आस मिलै।
थे पक्का रेहज्यो जिऊँ थे खुदनै बचास्यो।
जंय्यां बेटो बाप क सागै मिलर मेनत करै ह बंय्यांई तिमूतियूस मेरै सागै मिलर चोखा समचारनै फेलाबा ताँई मेनत करी ह अर बिकी काबलीयतनै थे खुदई चोखी तर्या जाणो हो।
आपणी आ आस बि निम का भाठा की जंय्यां ह जखी आपणा हियानै थाम्यो राखै जिऊँ आपणो बिस्वास नइ हालै। अर आपणी आस की बजेऊँई आपा अंय्यां का हां मानो आपा परमेसर की बि झघा म बड़गा जिमै खाली म्हायाजकई बड़ सकै ह जखी परदाऊँ ढकेड़ी ही।