अर म सगळो को सगळो बिको होज्याऊँ। म खुदकी धारमिक्ता की बजेऊँ धरमी कोनी हूँ जखी नेम-कायदा म मंडेड़ा धरम का काम करबाऊँ आवै ह, पण बि धारमिक्ता की बजेऊँ धरमी हूँ जखी मसी म बिस्वास की बजेऊँ परमेसर कानिऊँ आवै ह अर ओ बिस्वास करबाऊँई होवै ह।
इकै पाछै धारमिक्ता की छाप क रूप म एक सेलाण की जंय्यां बो सुन्नत करवाई। ओ बिस्वास बो जद दरसायो हो जि टेम का बिकी सुन्नत कोनी होई ही। जणा बो बा सगळा को बाप ह जखा बिना सुन्नतहाळा हीं पण बिस्वास करीं हीं। जिऊँ गैर-यहूदि बी धरमी गिण्या जावै।