4 काम करबाळानै मजुरी देबो कोई एसान कोनी ह, बो तो बिको हक ह।
ज ओ परमेसर की दया को नतिजो ह, जणा ओ मिनखा का करमा को नतिजो कोनी ह। नहिस तो दया को काँई मतबल।
अंय्यां क्युं कोनी होयो? क्युं क बे इनै बिस्वास की झघा आपका करमाऊँ पाबा की कोसिस करी, पण बे ठोकर खाबाला भाठा प ठोकर खाई।
“परमेसरनै कूण काँई दिओ? क बो कोईनै पाछो दे।”
पण मसी ईसु म जखो छुटकारो ह बिकै जरिए परमेसर की दयाऊँ बे सितमित म धरमी बणाया गया हीं।