म थानै बा दुता क बारां म बी याद दिलाबो चाऊँ हूँ, जखा आपका अधिकार का पदनै समाळर कोनी राख्या पण बि झघानै छोडर भाग्या जिनै परमेसर बानै रेह्बानै दिओ हो। जणा परमेसर बानै सदा ताँई की आग की भटी म न्यायहाळै दिन ताँई बंद कर दिओ, जिऊँ न्याय क दिन बानै सजा दे।
इ ताँई परमेसर ओज्यु एक खास दिन ते कर्यो अर बिनै नाम दिओ “आज” अर बो बोळा बरसा क पाछै दाऊद क जरिए बोल्यो, “ज थे आज बिकी उवाज सुणो, जणा थे थारा हियानै काठो मना करो।”