पण ईसु बाऊँ बोल्यो, “इ जुग की बुरी अर कुकरमी पिडी ईस्बर नगरी की सेलाणी माँगै ह। पण म थानै खेऊँ हूँ योना परमेसर की खेबाळा की बातानै छोडर कोई सेलाणी आ लोगानै कोनी दिखाई ज्यासी
इकै पाछै बो बानै सीख देतो होयो बाऊँ बोल्यो, “पबितर सास्तर म मंडर्यो ह, ‘मेरो मनदर धरती का सगळा कूणबा का मिनखा ताँई अरदास को घर होसी।’ पण थे इ घरनै डाकूआ की खोळ बणा दि।”