2 पण आपा जाणा हां क परमेसर को सचो न्याय बापै पड़ै ह जखा अंय्यां का करम करीं हीं।
बाको न्याय सदाई सचो ह, क्युं क बे बि बेस्या को न्याय कर्या हीं, जखी धरती का मिनखानै कुकरम करवाती, अर बानै बिगाड़ती ही, अर बो बिऊँ आपका दासा का लोय को बदलो लिओ ह।”
जणा म पाणी प अधिकार राखबाळा ईस्बर नगरी दुतनै ओ बोलता सुण्यो, “ओ पबितर, थे सई न्याय करो हो। थे हा अर हो,
जणा आपा काँई बोलां? के परमेसर अन्यायी ह? नइ, अंय्यां कोनी!
पण थारा जीद्दि सुभाव अर पापऊँ मन नइ फेरबा की बजेऊँ थे थारै ताँई झाळ भेळी करर्या हो अर आ झाळ थार प बि दिन पड़सी जद परमेसर आपको सचो न्याय परगट करसी।
क्युं क एक दिन परमेसर पेल्याऊँ ते करेड़ा मिनख क हातऊँ जगत का मिनखा को सचाई क सागै न्याय करसी। इ बात को सबूत देबा ताँई परमेसर बिनै मरेड़ा मऊँ जीवायो।”
थे जखा दुसरा को न्याय करो हो थारै कनै कोई भानो कोनी क्युं क थे दुसरा की जखी बाता को न्याय करो हो बा बाता म खुदई दोसी हो। जखी बाता को थे न्याय करो हो बे बाता थे खुदई करो हो।
पण तू जखो अ सगळा काम करबाळा को न्याय करै ह जदकी तू खुद अ काम करै ह, जणा तू के जाणै ह क तू परमेसर का न्यायऊँ बच ज्यासी?