13 परबु म टाळेड़ा रूफुसनै अर बिकी माँ जखी मेरी बी माँ स्यारकी ह, मेरो नमस्कार।
म बिस्वासी मंडळी को मुखियो, आ चिठी बि लूगाईनै अर बिका टाबरानै मांडू हूँ। जिनै परमेसर टाळ्यो हो, अर बिका टाबराऊँ, म बाकै सचाई प चालबा की बजेऊँ परेम करूं हूँ। अर मई थारूँ परेम कोनी करूं पण बे सगळा जखा सचाईनै जाणगा हीं बे बी बाऊँ परेम करीं हीं।
अर बूडी-ठेरी लूगायानै माँ जंय्यां अर जवान लूगायानै पूरी खराई क सागै भाण समजर बरताव कर।
सिकन्दर अर रूफुस को बाप जिको नाम समोन हो, ओ कुरेन गाँव को हो इनै गाँवऊँ आतो देख बे सिपाईड़ा बिनै जोरामादी ईसु की सुळीनै लेज्याबा ताँई बोल्या
थे मनै कोनी टाळ्या पण म थानै टाळ्यो हूँ, अर थानै बोळा सारका फळ ल्याबा को काम सूप्यो हूँ। अंय्यां का फळ फळो जखा सदाई बण्या रेह्वै, अर इ बजेऊँ परम-पिता बो सक्यु देसी, जोक्यु बी थे मेरा नामऊँ बिऊँ माँगस्यो।
पण परबु का लाडला बिस्वास्यो, थारै ताँई म्हानै सदाई परमेसर को धनेवाद करतो रेह्णो ह, क्युं क परमेसर खुदकी पबितर आत्मा की सक्तिऊँ थानै बचार बिका पबितर मिनख होबा अर छुटकारा का पेला फळ होबा ताँई पेल्याऊँ टाळ लिओ ह, क्युं क थे सच प बिस्वास कर्यो ह।
इकै पाछै आपका चेलाऊँ बोल्यो, “आ तेरी माँ।” अर इकै पाछै बो चेलो बिनै आपकै घरा लेगो।
जखो परमेसर क कह्या गेल चालै बोई मेरो सागे भाई-भाण अर माँ ह।”
अंय्यांई जखा पिछै हीं बे आगै होसी अर जखा आगै हीं बे पिछै होसी।”
तरेफेना अर तरेफोसानै जखी परबु म कड़ी मेनत करबाळी हीं, मेरो नमस्कार। मेरी लाडली परसिसनै जखी परबु म बोळी मेनत करी ह, मेरो नमस्कार।
असंकरीतुस, फिलगोन, हरमेस, पतरोबास, हरमास अर बाकी का बिस्वासी भायानै नमस्कार।