6 जिऊँ थे एक हिया अर एक मुंडा होर आपणा परबु ईसु मसी का परम-पिता परमेसर की मेमा करो।
अर आपानै अंय्यां की परजा अर याजक बणाया जखी परमेसर अर परम-पिता की सेवा करै। बिकी मेमा सदाई होवै! अंय्यांई होवै।
परमेसर अर आपणा परबु ईसु मसी का परम-पिता की जे हो, जखो इ सरस्टिनै रचबा क पेल्याई आपा बिस्वास्यानै मसी म टाळ लिओ। बो आपानै टाळ्यो जिऊँ आपा बिकी नजर्या म पबितर अर निरदोस होवां। जणाई बो ईसु मसी म आपानै ईस्बर नगरी म सगळा भात का आत्मिक आसिरबाद दिआ हीं। अर परमेसर खुदका परेम की बजेऊँ
आ सुणताई बे सगळा बिस्वासी एक सागै एक चित होर परमेसरऊँ अरदास करबा लागगा क, “ओ मालिक तूई अकास अर धरती, समदर अर जोक्यु आमै ह बानै बणायो ह।
परमेसर जखो आपणा परबु ईसु को परम-पिता ह, जिकी सदाई जे होती रेह्वै ह, बो जाणै ह क म झूठ कोनी बोलुँ।
परमेसर अर आपणा परबु ईसु मसी का परम-पिता की जे हो। क्युं क परमेसर आपणा प बडी दया दिखाई जणाई बो मसीनै मरेड़ा मऊँ जीवार आपानै नया जीवन की आस ताँई ओज्यु जीवायो ह।
परमेसर जखो आपणा परबु ईसु मसी को परम-पिता ह, दया करबाळो अर अराम देबाळो परमेसर धने ह।
बिस्वास्या की टोळी एक हिया अर एक बिचार की ही जोक्यु बाकन होतो बे बिनै आपसरी म बाट लेता हा, अर कोईबी तेरी मेरी कोनी करतो।
ईसु बिऊँ बोल्यो, “मेरै हात मना अड़ा क्युं क म हाल ताँई परम-पिता क कनै उपर कोनी गयो हूँ। तू तो अंय्यां कर मेरा भाई-भाणा कनै जा अर बानै बता, ‘म मेरा अर थारा परम-पिता, परमेसर क कनै उपर जार्यो हूँ।’ ”
अर आपणा परबु ईसु मसी का परमेसर जखो मेमाभर्यो परम-पिता ह, बिऊँ माँगु हूँ क बो थानै बुदी देबाळी अर परगट करबाळी आत्मा दे, जिऊँ थे बिनै चोखा ढंगऊँ जाण सको।
म्हें जद बी अरदास करां हां, जणा सदाई आपणा परबु ईसु मसी का परम-पिता परमेसरनै थारै ताँई धनेवाद देवां हां,