11 जंय्यां क पबितर सास्तर म मंडेड़ो ह: “परबु खेवै ह, म जीवतो परमेसर हूँ, सगळा मेरै आगै गोडा टेकसी, अर हरेक जबान खेसी क म परमेसर हूँ।”
ज तू तेरा मुंडाऊँ बोलै, “ईसु परबु ह,” अर तू ओ बिस्वास करै क परमेसर बिनै मरेड़ा मऊँ जीवा दिओ ह जणा तू बचायो ज्यासी।
अर जखो बी इ बातनै मानै ह क, “ईसु परमेसर को बेटो ह,” जणा परमेसर बिकै मांयनै बास करै ह अर बो परमेसर को होज्यावै ह।
जिऊँ गैर-यहूदि मिनख बी परमेसरनै बिकी दया ताँई मेमा देवै, जंय्यां क पबितर सास्तर म मंडेड़ो ह, “इ ताँई म गैर-यहूदि मिनखा म तेरी बडाई करस्युं, म बाकै बिच तेरा नाम को गुणगान गास्युं।”
“जखो बी मिनख लोगा क सामै मनै मान लेसी जणा म बी ईस्बर नगरी म रेह्बाळा परम-पिता क सामै बानै मानस्युं।
जणा बे च्यारू जीवता पराणी बोल्या, “अंय्यांई होवै, ” अर बे बडका बिकै धोक खाई।
म आ बात इ ताँई बोलुँ हूँ, क्युं क इ दुनिया म बोळा भटकाबाळा मिनख हीं। अर जखो बी मिनख इ बातनै कोनी मानै क ईसु मसी इ धरती प मिनख काया को रूप लेर आयो, जणा बो छळ करबाळो ह अर मसी को बेरी ह।