9 थारो परेम सचो होवै। बुराईऊँ बेर करो अर भलाई करता रेह्ओ।
अर सऊँ बडी बात आ ह क थे एक दुसराऊँ प्यार-परेम राखो, क्युं क परेम बोळा पापनै ढकै ह।
इ आदेस को मकसद ओ ह क, सगळा बिस्वासी परेमऊँ भरज्यावै, जखो पबितर मनऊँ, साप अन्तर-आत्माऊँ अर बिना मिलावट का बिस्वासऊँ पैदा होवै ह।
थे सच का गेला प चाल्या जणा थारा पाप सुद कर दिआ गया, जणा इब थानै चाए क एक दुसराऊँ भाईचारो राखो अर एक दुसराऊँ खरा हिया क सागै डूँगो परेम राखो।
सगळी बातानै बिचासो अर जखी चोखी ह बानै पकड़्या रेह्ओ।
सगळा क सागै मेळमिलाप राखबा अर पबितर होबा ताँई हरेक जंय्यां कोसिस करो क्युं क बिना पबितरता क कदैई कोई परबुनै कोनी देख सकै।
आ बात म हुकम देर कोनी खेर्यो पण इ ताँई खेर्यो हूँ क दुसरा मिनखा क खुला हियाऊँ दान देबा की बात सुणर थारै हिया म दुसरा मिनखा ताँई जखो परेम ह बि परेम की सचाई को सबूत द्यो।
कोईबी बुराई क बदलै बुराई नइ करै, पण सगळा मिनखा को अर एक दुसरा को भलो करबा की कोसिस करता रेह्ओ।
म्हारी खराई, ज्ञान, थ्यावस, दया, सचो परेम, सच का समचार, पबितर आत्मा,
तू धरमीऊँ प्यार अर नियमानै नइ मानबाळाऊँ नफरत करी, इ बजेऊँ परमेसर, तेरो परमेसर, तेर प आनंद का तेलऊँ अभिसेक कर तनै तेरा सात्याऊँ उचो कर्यो।”
क्युं क म्हारो उपदेस झूठो, धोको देबाळो अर छळकपट करबाळो कोनी,
बरनाबास बठै परमेसर की दयानै देखर राजी होयो। अर बानै उपदेस दिओ की तन मनऊँ बिस्वास जोगा अर परमेसर म बण्या रेह्ओ।
बो आ बात इ ताँई कोनी कही, क बिनै गरीबा की परवा ही, पण बो एक चोर हो। बो रिपीआळी थेली समाळतो हो अर बोळी बार बो बि मऊँ रिपीआ काड लेतो हो।
अर यहूदा तावळोसो ईसु कनै जार खयो, “गरूजी नमस्कार” अर बो बिको माखो लिओ।
पण जखी बुदी ईस्बर नगरीऊँ आवै ह बा सऊँ पेली तो पबितर होवै अर बिकै पाछै स्यांतीऊँ भरेड़ी, नरमाईऊँ भरेड़ी, बात मानबाळी, अपरम्पार दयाऊँ भरेड़ी, चोखा कामाऊँ भरेड़ी, दोगलोपुणो नइ करबाळी अर खरी होवै ह।