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रोमीयो 12:2 - जीवन को च्यानणो (सेकावाटी नया नियम की पोथ्या)

2 दुनिया की बाता प मना चालो। पण लगातार परमेसरनै थारा मनानै पूरीतर्या बदलबा द्‍यो। क्युं क अंय्यां होबाऊँ थे परख'र जाणस्यो क परमेसर की काँई इंछ्या ह, काँई चोखो ह, काँई बिनै राजी करै अर काँई सिद ह।

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रोमीयो 12:2
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खयो मानबाळा टाबरा की जंय्यां जीओ। पेली थारा जीवन प बुरी इंछ्या को जोर चालतो हो, बंय्यां इब थारा जीवन प बुरी इंछ्या को जोर मना चालबा द्‍यो।


इ ताँई इब जखो बी मसी म ह बो नई सरस्टि ह। गेलड़ी बाता बितगी। अर इब सक्यु नयो ह।


अर नएड़ा सुभावनै ध्यार लिओ ह। अर थे परमेसर का गुण अर बिका सगळा ज्ञान म दिन-दिन बढता जाओ।


इ ताँई मूरख मना बणो, पण परमेसर थारूँ काँई चावै ह बिनै ध्यानऊँ समजो।


इको ओ मतबल ह क थे थारा बचेड़ा जीवन भर थारी इंछ्यानै नइ पण जखो परमेसर चावै ह बिनै मानस्यो।


इ ताँई मेरा लाडला बिस्वास्यो मेरी अरदास ह क, परमेसर जखी दया आपणा प दिखाई ह। बिकी बजेऊँ थारी कायानै पबितर अर जीवती भेंट चढावा क रूप म परमेसरनै चढा द्‍यो जखी बिनै राजी करै। क्युं क बिनै ध्यारबा को ओई सचो अर सई तरिको ह।


ज थे इ जगतऊँ लगाव राखता जणा ओ जगत थारूँ परेम करतो। पण म थानै इ जगतऊँ टाळ लिआ क्युं क थे इ जगत का कोनी जणाई ओ थारूँ बैर राखै ह।


पण परबु ईसु मसी का सुभावनै लेर आपणा पापी सुभावनै अर मन की इंछ्यानै मारो।


अंय्यां इ ताँई कोनी होयो क आपा धरम का करम कर्या हा, पण आ बिकी दयाई ह की बो आपानै पबितर आत्मा क जरिए बचायो ह जखी आपानै धोर नयो जलम अर नई जिंदगी देवै ह।


ओ कुकरमी मिनखो, के थे ओ कोनी जाणो क, इ दुनियादारीऊँ भाईलाचारी करबो परमेसरऊँ बेर राखबो ह ? इ ताँई जखो बी दुनियादारीऊँ भाईलाचारी करै ह बो खुदनै परमेसर को बेरी बणावै ह।


अर इ दुनिया को ईस्बर जखो सेतान ह बो बा मिनखा की मत मार राखी ह जखा बिस्वास कोनी करीं। जिऊँ बे चोखा समचार का मेमाभर्या उजाळानै कोनी देख सकीं अर मसी जखो परमेसर को रूप ह बिकी मेमा का समचारनै कोनी समजीं।


म थारी सीख बानै दिनी। पण ओ जगत बाऊँ नफरत करै ह क्युं क बे इ जगत का कोनी, जंय्यां म इ जगत को कोनी।


इ बजेऊँ बो आपणाऊँ बडा-बडा अर किमती करार कर्या हीं, जिऊँ आपणा म परमेसर को सुभाव आ सकै, जिऊँ आपा आपणी बुरी इंछ्या अर इ दुनिया की बुराईऊँ बच सकां।


पण परमेसर अर परम-पिता की नजर्या म खरी अर पबितर भगती तो आ ह क अनाथ अर खाली होईड़ीनै बाकै दुख दरद म समाळै अर खुदनै इ दुनियादारीऊँ बेदाग राख।


ओ भाईड़ो थे इ बातऊँ ताजूब मना करो क आ दुनिया थारूँ नफरत करै ह।


परमेसर आई चावै ह क थे पबितर बणो अर कुकरमऊँ बच्या रेह्ओ।


आपा आबी जाणा हां क, सगळा जगत का मिनख सेतान क बस म ह, पण आपा परमेसर का हां।


अर म आ बी माँगु हूँ क बिका च्यानणानै देखबा ताँई थारा मन की आँख्या खुलज्यावै जिऊँ थे जाणल्यो क बा कूणसी आस ह जि ताँई बो थानै बुलायो ह? अर बा आ ह क परमेसर का मिनखा म बिऊँ मिलबाळी मेमाभरी पाँती कत्ती मोकळी ह।


ज अ मिनख परबु अर छुटकारो देबाळा ईसु मसी की बजेऊँ दुनिया की बुराईऊँ बचाया गया हा इकै वावजुद बी ज बे बुराई करीं हीं जणा आकी दसा पेलड़ी दसाऊँ बेसी बुरी होसी।


अर गेलड़ा दिना म थे इ जगत का कूगेला प चालता हा, अर सगळी सूगली ओपरी बलाया का राजा को कह्यो कर्या करता हा, आ आत्मा बा मिनखा प हक जमावै ह जखा परमेसर का हुकमानै कोनी मानै।


परम-पिता परमेसर की इंछ्यानै पूरी करबा ताँई मसी आपणा पाप ताँई खुदनै मरबा ताँई दे दिओ जिऊँ आपा बुरी दुनियाऊँ छुटाया जावां।


क्युं क परमेसर की नजर्या म इ दुनिया को ज्ञान बावळोपुणोई ह। अर पबितर सास्तर म मंडेड़ो ह क, “परमेसर ज्ञान्यानै बाकीई चतराई म फसावै ह।”


मेरी अन्तर-आत्मा क मांयनै तो म परमेसर का नेम-कायदानै राजी पेटा मानू हूँ।


जगत थारूँ नफरत कोनी करै, पण मेरूँ करै ह, क्युं क म खेऊँ हूँ क, ‘तेरा करम बुरा हीं।’


जखा मिनखा को नाम बि उन्या की जीवन हाळी पोथी म कोनी मांडेड़ो बे सगळा मिनख इ डरावना जानबरनै धोकसी। ओ उन्यो जखो इ सरस्टि की सरूआतऊँई बलि होबा ताँई ते कर्यो गयो हो।


पबितर सास्तर म मंडर्यो ह, क्युं क इब थानै सूल बेरो पड़ग्यो ह क, परबु थारै बेई कतो दयालु ह।


जणाई नेम-कायदो पबितर ह, अर हुकम पबितर, चोखा अर धरमी ह।


थारै मालोई एक ओर ह जिको नाम इफरास ह अर मसी ईसु को दास ह बिकी बी थानै “जे मसी की” पुगै। ओ सदाई थारै ताँई जी ज्यानऊँ अरदास करै ह जिऊँ थे परमेसर की सगळी इंछ्या म समजदारी अर पूरा भरोसा क सागै खड़्या रेह सको।


क्युं क थे जाणो हो क, थारो बेकार चाल-चलन जखो थारै बडकाऊँ चालतो आर्यो ह, बिऊँ थारो छुटकारो, सोना-चाँदी जंय्यांकी नास होबाळी चिजाऊँ कोनी होयो।


इब ओर बेत्ती म थारूँ बात कोनी कर सकूँ क्युं क इ दुनिया को राजा सेतान आर्यो ह, पण मेर प बिको बस कोनी चालै।


क्युं क आपा जाणा हां क नेम-कायदा आत्मिक ह पण म हाड-मास को मिनख हूँ जखो पाप की गुलामी ताँई बिकेड़ो हूँ।


अर बि बडासारा अजगरनै धरती प फेक दिओ गयो, ओ बोई पुराणो बडो नाग ह जिनै दानव, सेतान बोल्यो गयो ह। ओ सगळा जगत का मिनखानै भंगरावै ह। बो आपका दुता क सागै धरती प फेक दिओ गयो।


अर जखा बीज झाड़्या क मांयनै पड़्या अ बा मिनखानै परगट करै जखा परमेसर का बचन सुणै तो हीं पण इ दुनियादारी की चिंत्या अर धन-दोलत को लालच परमेसर का बचनानै भूला देवै ह क परमेसर बाऊँ काँई चावै ह।


पण जीबा को घ्यार, मो-माया को लालच अर मन की बुरी बाता बाका हिया मई बचननै दबा देवै ह, इ ताँई बे बीज फळै कोनी।


इ बजेऊँ जनाड़ैऊँ म्हें थारै बारां म सुण्यो हो थारै ताँई अरदास करबो कोनी छोड्यो। म्हें अरदास करां हां क परमेसर थानै बिकी इंछ्या का गेरा ज्ञान अर बि सगळी बुदी अर समजऊँ भरै जखी आत्मिक ह।


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