6 ज ओ परमेसर की दया को नतिजो ह, जणा ओ मिनखा का करमा को नतिजो कोनी ह। नहिस तो दया को काँई मतबल।
बो आपानै परमेसर का मिनख होबा ताँई बचायो अर बुलायो ह, ओ सोभाग आपणा प आपणा करमा गेल कोनी होयो ह पण ओ तो बिकी दया अर बिका मकसद गेल आपणा प होयो ह। जखो मसी ईसु म जगत की सरूआतऊँ पेली आपणा प होगो हो।
म परमेसर की दयानै बेकार कोनी जाबा द्युँ, क्युं क ज नेम-कायदा की बजेऊँ धारमिक्ता मिलती, जणा मसी को मरबो बेकारई ह।
अंय्यां इ ताँई कोनी होयो क आपा धरम का करम कर्या हा, पण आ बिकी दयाई ह की बो आपानै पबितर आत्मा क जरिए बचायो ह जखी आपानै धोर नयो जलम अर नई जिंदगी देवै ह।
जखा बी नेम-कायदानै मानबा की बजेऊँ परमेसरनै राजी करबो चावीं, बिको मतबल ह क बे मसीऊँ न्यारा होगा हीं अर परमेसर की दयाऊँ दूर हीं।
अर आज म जोक्यु बी हूँ परमेसर की दयाऊँ हूँ, अर बिकी दया मेर ताँई बेकार कोनी गई म दुसरा भेजेड़ा चेलाऊँ बढचढ'र मेनत करी ह। पण आ मेरी काबलीयत कोनी आ तो परमेसर की दया ह।
अर दिन उगताई बो आपका चेलानै बुलाया अर बामैऊँ बारानै टाळर बानै भेजेड़ा चेला नाम दिओ,