5 मूसा नेम-कायदाऊँ आबाळी धारमिक्ता क बारां म मांड्यो ह क, “जखो नेम-कायदा का हुकमा प चालसी बो बाकै सारै जीवै ह।”
पण नेम-कायदो बिस्वास की निम प कोनी ह। अर “जखो बिनै मानै ह बो बिकैई सारै जीवै ह।”
अर म जाणग्यो क नेम-कायदा को हुकम जखो जीवन देबा ताँई हो मेर ताँई मोत ल्यायो।
अर म सगळो को सगळो बिको होज्याऊँ। म खुदकी धारमिक्ता की बजेऊँ धरमी कोनी हूँ जखी नेम-कायदा म मंडेड़ा धरम का काम करबाऊँ आवै ह, पण बि धारमिक्ता की बजेऊँ धरमी हूँ जखी मसी म बिस्वास की बजेऊँ परमेसर कानिऊँ आवै ह अर ओ बिस्वास करबाऊँई होवै ह।