21 पण परमेसर इजरायलीआ क बारां म बोल्यो ह: “म सगळा दिन मेरी नइ मानबाळा, अर बिरोद्या क आगै हात फेलाया राख्यो।”
अर सास्तर म अंय्यां बी मांडेड़ो ह, “ओ बो भाठो ह जखो मिनखानै ठोकर खुवावै, आ बा ढाड ह जखी मिनखानै तळै पटकै ह।” बे ठोकर खावीं हीं, क्युं क बे परमेसर का बचन प कोनी चालीं जि बजेऊँ बे बि मोत को मुंडो देखी हीं, जखी अंय्यां का मिनखा ताँई त्यार करी गई ह।
अर बे गैर-यहूदि मिनखानै छुटकारा को चोखो समचार सुणाबा ताँई आपानै रोकै ह। अंय्यां करबाऊँ बाकै पाप को घड़ो भरर्यो ह अर परमेसर को परकोप बापै आग्यो ह।
अर बिका नामऊँ पाप की माफी ताँई मन फेरबा का चोखा समचार को यरूसलेमऊँ लेर धरती का सगळा कूणबा म परचार कर्यो जासी।