15 अर सुणाबाळानै बिना भेज्या बे कंय्यां सुणा सकीं हीं? जंय्यां क पबितर सास्तर म मंडेड़ो ह, “चोखा समचार को हेलो पाड़बाळा का पग कत्ता सोवणा हीं।”
मसी आर थानै जखा परमेसरऊँ दूर हा अर बानै जखा बिकन हा दोन्यानै स्यांती को चोखो समचार सुणायो।
म परमेसर का सगळा मिनखा म सऊँ छोटो हूँ इकै पाछै बी परमेसर की आ दया मेर प होई ह जिऊँ म गैर-यहूदि मिनखानै मसी का अनमोल धन का चोखा समचार सुणाऊँ।
पण बानै ओबी बतायो गयो क, बे खुदकी नइ पण थारी सेवा ताँई अ बाता बोल्या हीं। बे थारै ताँई ईस्बर नगरीऊँ आईड़ी पबितर आत्मा की सक्तिऊँ चोखा समचार को हेलो पाड़्या। जदकी आ बातानै जाणबा ताँई ईस्बर नगरी दुत बी तरसीं हीं, पण इकै वावजुद बी अ बाता बस थारै ताँई परचार करी गई।
जणा ईसु बाऊँ ओज्यु बोल्यो, “थानै स्यांती मिलै। जंय्यां परम-पिता मनै भेज्यो ह, ठिक बंय्यांई म थानै भेजूँ हूँ।”
जणा बो मेरूँ बोल्यो, ‘जणा जा म तनै दूर-दूर ताँई गैर-यहूदि मिनखा क कनै भेजस्युं।’”
सुणो मेरा यहूदि भाईड़ो, अब्राहम की संतानो अर गैर-यहूदि परमेसर का भगतो! छुटकारा का अ बचन थारै कनैई पुग्या हीं।
पण परबु बिनै बोल्यो, “तू तो जा! क्युं क म इनै गैर-यहूदि, राजा-म्हराजा अर इजरायली मिनखा म मेरो नाम फेलाबा ताँई मेरो दास कर टाळ्यो हूँ।
इकै पाछै परबु, जि नगरी अर झघा जाबाळो हो बठै जाबाऊँ पेली बो ओर भत्तर मिनखानै टाळर आपकै अगाऊ बानै दो-दो कर बा नगर्या अर झघा म भेज्या।
इकै पाछै ईसु परमेसर का राज का चोखा समचार को हेलो पाड़ता गाँव-गाँव अर नगर-नगर मऊँ गया। अर बिका बारा चेला बी बिकै सागै-सागै रेह्ता।
क, “ईस्बर नगरी म परमेसर की जे-जैकार हो अर धरती प बा मिनखानै स्यांती मिलै जिऊँ बो राजी ह।”
जणा बो ईस्बर नगरी दुत बाऊँ बोल्यो, “डरो मना म थानै चोखो समचार सुणाऊँ हूँ, जखो सगळा मिनखा ताँई होसी।
इ ताँई थे खेत का धणी परमेसरऊँ अरदास करो जिऊँ बे लावणी करबा ताँई ध्यानग्यानै भेजै।”
परमेसर इजरायली मिनखानै चोखा समचार को संदेस दिओ क ईसु मसीऊँ थानै स्यांती मिलसी। जखो सगळा को परबु ह।
जणाई म थारै म जखा रोम म रेहर्या हो, बि चोखा समचार को परचार करबा ताँई उतावळो हूँ।
मेरी सदाई आ मनस्या ह क म बठै चोखा समचार को हेलो पाड़ूँ जठै कोई मसी को नामई कोनी जाणै, इकी आ बजे ह क म कोई दुसरा मिनख की धरेड़ी निम प चिणाई नइ करूं।