11 सास्तर बोलै ह, “जखो बी बिपै बिस्वास करै ह बो सरमिंदा कोनी होसी।”
जंय्यां क पबितर सास्तर म मंडेड़ो ह, “सुणो, म सिओन म एक भाठो धर राख्यो हूँ, जखो ठोकर खुवावै ह अर एक ढाड जखी पाप करवावै ह। पण जखो बिपै बिस्वास करै ह, बो कदैई सरमिंदा कोनी होसी।”
पबितर सास्तर म मांडेड़ो ह, “सुणो! म सिओन नगरी म एक भाठो धरूँ हूँ, जखो टाळेड़ो अर कूणा को भाठो ह, जिको मोल कोनी लगायो जा सकै। अर जखो इपै बिस्वास करसी, बो कदैई सरमिंदा कोनी मरसी।”
क्युं क आपका हिया म बिस्वासऊँ मिनख धरमी बणायो जावै ह अर खुदका मुंडाऊँ मानबाऊँई बिनै बचायो जावै ह।