10 क्युं क आपका हिया म बिस्वासऊँ मिनख धरमी बणायो जावै ह अर खुदका मुंडाऊँ मानबाऊँई बिनै बचायो जावै ह।
अर जखो बी इ बातनै मानै ह क, “ईसु परमेसर को बेटो ह,” जणा परमेसर बिकै मांयनै बास करै ह अर बो परमेसर को होज्यावै ह।
ज तू तेरा मुंडाऊँ बोलै, “ईसु परबु ह,” अर तू ओ बिस्वास करै क परमेसर बिनै मरेड़ा मऊँ जीवा दिओ ह जणा तू बचायो ज्यासी।
पण आपा जाणा हां, क मिनख नेम-कायदानै मानबाऊँ नहिस करमाऊँ परमेसर क सामै धरमी कोनी बणै, पण ईसु मसी प बिस्वास करबाऊँ धरमी बणै ह। जणा आपा बी ईसु मसी प बिस्वास कर्या अर आई बजे ह क आपा परमेसर क सामै धरमी बण्या, क्युं क बिधी-बिधान का करमाऊँ कोई बी धरमी कोनी बणै।
जणा आओ, आपा सचा हिया अर पूरा बिस्वास क सागै मन का बुरा बिचारानै छिड़कावऊँ सुद करवार कायानै पबितर पाणीऊँ धुलवार परमेसर क कनै चालां।
अर उपळी माटी प पड़्या बीज बे हीं जखा बचन सुणर बिनै चोखा अर खरा हियाऊँ मानै अर थ्यावस राखर समाळर राखीं हीं जद ताँई क बाका करम बि बचन गेल नइ होज्यावै।
मेरा लाडला बिस्वास्यो, चेता म रेहज्यो! कदै अंय्यां नइ होवै क कोईसाको हियो बुराई अर भेमऊँ भर जावै जखो बिनै जीवता परमेसरऊँ दूर कर देवै ह।
अर म सगळो को सगळो बिको होज्याऊँ। म खुदकी धारमिक्ता की बजेऊँ धरमी कोनी हूँ जखी नेम-कायदा म मंडेड़ा धरम का काम करबाऊँ आवै ह, पण बि धारमिक्ता की बजेऊँ धरमी हूँ जखी मसी म बिस्वास की बजेऊँ परमेसर कानिऊँ आवै ह अर ओ बिस्वास करबाऊँई होवै ह।
म जाणू हूँ क, तू बठै रेह्वै ह जठै सेतान को सिंघासन ह। इकै वावजुद बी तू मेरै नाम प सचो बिस्वास करै ह। तेरी नगरी म सेतान को सिंघासन ह जठै मेरा बिस्वास जोगा दास अन्तिपासनै मार्यो गयो जणाबी तू मेर प बिस्वास करबो कोनी छोड्यो।
ईसु बिनै बोल्यो, “तू अंय्यां क्युं खेवै ह कर सकै ह तो, बिस्वास करबाळा ताँई तो सक्यु हो सकै ह।”
सास्तर बोलै ह, “जखो बी बिपै बिस्वास करै ह बो सरमिंदा कोनी होसी।”
(फलिपूस बिनै जुबाब दिओ, “तू तेरा मनऊँ पूरो बिस्वास करै जणा तनै कूण डाट सकै ह।” बो बोल्यो, “हाँ म मेरा पूरा मनऊँ मानू हूँ क परबु ईसु मसीई परमेसर को बेटो ह।”)