19 परमेसर बानै सजा देसी, इकी बजे आ ह क बे परमेसर का बारां म जाणी हीं, क्युं क परमेसर खुदनै साप-साप परगट कर्यो ह।
जद परमेसर इ सरस्टिनै रच्यो हो, जणाऊँई बिका नइ दिखबाळा गुण जखा बिकी जुग-जुग रेह्बाळी सक्ति अर ईस्बरीय सुभाव ह देख्यो गयो। परमेसर जोक्यु बी बणायो बिकै जरिए परमेसरनै साप-साप जाण्यो जावै ह, जिऊँ कोई कनै कोई भानो नइ होवै।
सगळा मिनखानै च्यानणो दिखाबाळो, सचो च्यानणो जगत की नजर्या म आर्यो हो।
जद परमेसरनै नइ ध्यारबाळा जखा नेम-कायदा का नियमानै कोनी जाणै इकै पाछै बी ज बे आपकी समजऊँ नेम-कायदा की बातानै मानै जणा बे बिना नेम-कायदाई खुद ताँई नेम-कायदा ह।