थारी काया का अंगानै अधरम का सादन होबा ताँई पाप क हाता म मना द्यो, पण मरेड़ा मऊँ जी उठबाळा की जंय्यां परमेसर क हाता म द्यो। अर थारी काया का अंगानै धरम का सादन होबा ताँई परमेसरनै सूप द्यो।
जणा थे तो इ बातनै जाणोई हो क बि परमेसर की खिलापत करबाळानै काँई बात ह, जखी बिनै इब ताँई आबाऊँ रोक राखी ह। क्युं क परमेसर बिकै आबा को टेम ते कर राख्यो ह।