पण डरपोक, परमेसर म बिस्वास नइ करबाळा, भरस्ट, हत्यारा, कुकरमी, जादू-टोणा करबाळा, मूरती धोकबाळा अर झूठा मिनखानै तिजाब हाळा नरक का भबकती आग का कूंड म गेर्यो जासी। आई दुसरी मोत ह।”
बा लूगाई लाल रंग का बैंगणी गाबा पेरमाली ही। बा हिरा मोत्याऊँ, सोना, चाँद्याऊँ खुदको सिंगार करमाली ही। बिकै हात म सोना को प्यालो हो बो प्यालो सूगली बाताऊँ अर कुकरम की चिजाऊँ भरेड़ो हो।