पण ज मेरा दियड़ा पाणी मऊँ कोई पिसी जणा बो ओज्यु कदैई कोनी तिसायो होसी। बि पाणीऊँ जखो म बानै देस्युँ, बिऊँ बे अजर-अमर जीवन ताँई जीवन देबाळा पाणी को झरनो बणज्यासी।”
इकै पाछै म एक उन्यानै देख्यो जखो सिंघासन, च्यारू जीवता पराण्या अर बा बडका क बिचमै खड़्यो हो। बो अंय्यां लागर्यो हो जंय्यां क बिकी बलि चढाई गई हो। बिकै सात सींग अर सात आँख ही अ परमेसर की सात आत्मा ही जानै सगळी धरती प भेज्यो गयो हो।
“हे यहूदिआ दिसावर की बेतलम नगरी का मिनखो, थारी नगरी दुसरी नगर्याऊँ ख्याई कम कोनी; क्युं क इमैऊँ एक मिनख राजा बणसी, जखो इजरायल म रेह्बाळा मेरा मिनखा की मुख्याई करसी।”
म थानै समजाऊँ हूँ क परमेसर की बिस्वासी मंडळी की जखी थारी देखरेख म ह बिकी रूखाळी करो। अर ओ काम कोईकै दबाव म आर मना करो पण परमेसर की इंछ्याऊँ राजी होर करो, अर धन का लालच की बजेऊँ ओ काम मना करो पण मन लगार इ कामनै करो।
जणा इब थे बिस्वासी मंडळी का रूखाळा हो आ जिमेदारी थानै पबितर आत्मा सूपी ह। बा लल्ड्या का रेवड़ा का गुवाळ्या बणो, जिनै परमेसर आपका बेटा का लोयऊँ मोल लिओ ह।
ईसु जुबाब म बोल्यो, “ज तू परमेसर का बरदाननै जाणती अर आबी क, ‘जखो तेरूँ पीबा ताँई पाणी माँगर्यो ह बो कूण ह, जणा तू बिऊँ माँगती अर बो तनै जीवन देबाळो पाणी देतो।’”