17 तू बोलै ह, ‘म पिसाळो हूँ, म धन जोड़ लिओ हूँ मनै ख्याकीई कमी कोनी।’ पण तनै कोनी बेरो क तू नीच, बिचारो, कंगलो, आँदो अर नंगो ह।
म थारा दुख अर गरीबी क बारां म जाणू हूँ, इकै वावजुद बी थे भर्यापूरा हो। अर जखा खुदनै यहूदि खेवै ह पण बे ह कोनी, म बा मिनखा की बुरी बातानै बी जाणू हूँ जखी थारै बेई बे करै ह, बे सेतान की बिस्वासी मंडळी ह।
म एक अभागो मिनख हूँ। मनै इ नसबर कायाऊँ कूण छुटासी जिमै मोत आवै ह।
बो भूखानै चोखी-चोखी चिजाऊँ भर्यापूरा अर धायानै रिता फांका भेज दिओ।
आ सुणर ईसु बाऊँ बोल्यो, “निरोगा मिनखानै बेद की जुर्त कोनी होवै, रोगलानैई बेद की जुर्त पड़ै ह।
“चेता म रेह्वो, क्युं क म चोर की जंय्यां चाणचुक आऊँ हूँ! भागहाळा हीं बे जखा जागता रेह्वै ह, अर आपका गाबानै समाळै ह, जिऊँ बे सरमा नइ मरै।”
इ ताँई जखी दया मनै मिली ह, बिऊँ म थानै बोलुँ हूँ, थे खुदनै जखा थे हो बिऊँ बेत्ती मना समजो। पण थारा बिस्वास गेल जत्ती उजमा परमेसर थानै दिनी ह बत्तोई खुदनै समजो।
क्युं क जखो बी आ बातानै कोनी मानै बो आँदो ह, अर बिनै धुन्दो-धुन्दो सुजै ह, अर बो आबी भूलगो क पेल्याई बिका पापनै धोर बिनै सुद कर्यो गयो ह।
“भागहाळा ह बे मिनख जखा आत्मा का भूखा हीं; क्युं क ईस्बर नगरी को राजपाट बाकोई ह!
थार प हाय ह, थे जखा पिसाळा हो, क्युं क थे मजा ले लिआ हो।
मेरा लाडला बिस्वास्यो! म थानै इ लुखेड़ा सचऊँ अणजाण कोनी राखबो चाऊँ, क थे खुदनै घणा चतर नइ समजबा लागो। क्युं क इजरायल का मिनखा को ढिटपुणो सदाई कोनी बण्यो रेह्सी। ओ तो जद ताँई ह जद ताँई गैर-यहूदि मिनखा मऊँ जत्ता टाळेड़ा हीं, बे सगळा परमेसर कनै नइ आज्यावै।
आ बात सची ह क बे बाका भेम की बजेऊँ तोड़ी गई पण थे थारा बिस्वास का बूता प टिकर्या हो। जणा इको गुमान मना करो पण डरता रेह्वो।
तू नइ तो ठंडो ह अर नइ गरम पण तू न्युनिवायो ह, इ ताँई म तनै मेरा मुंडाऊँ थूकबाळो हूँ।