“म, ईसु खुद, थारै अर बिस्वासी मंडळी क कनै आ बाता की गुवाई देबा ताँई मेरा ईस्बर नगरी दुतनै भेज्यो हूँ। म दाऊद का कूणबा मऊँ हूँ। म भोर को चमकतो तारो हूँ।”
क्युंबी हो, बाकी बाताऊँ मना भेक जाज्यो। क्युं क आ बात जद ताँई पूरी कोनी होवै जद ताँई परमेसर को बिरोद करबाळा सगळा मिनख चोड़ा म नइ आज्यावीं, सागै की सागै आबी जरूरी ह क बो एक मिनख परगट होसी जखो परमेसर का सगळा नियम कायदानै तोड़सी जिकी सजा नरक म जुग-जुग ताँई ह।
इ पोथी की होबाळी बातानै सुणबाळा हरेक मिनखनै म, यहून्ना चेताऊँ हूँ, ज कोई आ बाता म ओर जोड़ै जणा इ पोथी म जखी बिपदा क बारां म बतायो गयो ह बानै परमेसर बिपै ल्यासी।