3 जणा म परमेसर का सिंघासनऊँ एक जोरको हेलो सुण्यो, “देखो! इब परमेसर मिनखा क बिचमै रेह्सी। बाको बास मिनखा क बिचमै होसी। अर बे परमेसर की परजा होसी अर परमेसर खुद बाको परमेसर होसी।
परमेसर का मनदर को मूरत्याऊँ काँई नातो? क्युं क आपा खुदई जीवता परमेसर का मनदर हां, जंय्यां बो खुदई खयो हो, “म बामै रेह्ऊँ हूँ, बामै चालू फिरूँ हूँ। म बाको परमेसर हूँ, बे मेरा मिनख हीं।
ईसु बिऊँ बोल्यो, “जखा मेरूँ परेम करी हीं, बे मेरा खयानै मानसी। परम-पिता बाऊँ परेम करसी अर म्हें आर बाकै सागै रेहस्यां।
परबु घोसणा करै ह, जखो करार म बा दिना क पाछै इजरायल का कूणबा क सागै बांदस्युं, बो नयो करार ओ ह क म मेरा नियमानै बाकै हिया म बिठास्युं, अर बानै बाका काळज्या प मांडस्युं, अर म बाको परमेसर होस्युं अर बे मेरा मिनख होसी।
पण बानै तो चोखा देस की चाह ही जखो ईस्बर नगरी ह, इ ताँई परमेसर बाको परमेसर बाजबाऊँ कोनी सरमावै, अर परमेसर बा ताँई एक नगरी त्यार करमाली ह।
जणाई, “अ परमेसर का सिंघासन क सामै खड़्या हीं, अर बिका मनदर म रात-दिन बाकी भगती करता रेह्वै ह, इ ताँई जखो सिंघासन प बिराजमान ह, बो बामै बास कर बानै बचासी।
म थारो बाप होस्युं, अर थे मेरा छोरा-छोरी होस्यो। आ बात सऊँ सक्तिसाली परबु खेवै ह।”
जखो बी जीतसी बो आ सक्याको मालिक होसी। म बाको परमेसर होस्युं अर बे मेरा टाबर होसी।
बचन देधारी होयो। बो दया अर सच क सागै म्हारै मांयनै रिह्यो। अर म्हें बिकी अंय्यां की मेमा देखी जंय्यां परम-पिता का इकलोता बेटा की मेमा।
इकै पाछै मनै ईस्बर नगरीऊँ जोरको हेलो सुण्यो, “इब म्हारा परमेसर को छुटकारो, सक्ति, अर बिको राज अर मसी को अधिकार परगट होयो ह। क्युं क म्हारा भाईड़ा प दोस लगाबाळो, जखो रात-दिन म्हारा परमेसर क सामै बापै दोस लगाया करतो हो, बिनै तळै फेक दिओ गयो ह।
जखो ईस्बर नगरीऊँ हेलो आयो हो, बो एकर ओर आयो, “जा, अर जखो ईस्बर नगरी दुत समदर अर सूकी धरती प खड़्यो ह, बिकै हात मऊँ बा खुलेड़ी पोथी लेले।”
अर जद सात बर गरजन गुंजी जणा म मांडबा ताँई त्यार होयो, पण म ईस्बर नगरीऊँ हेलो सुण्यो, “जखी बाता बा गरजनऊँ गुंजी ह बानै ओला म राख बानै मना मांड।”
इब म्हारो परम-पिता परमेसर अर परबु ईसु खुदई अंय्यां को गेलो खोलै क म्हें थारूँ आर मिलां।
ओ म्हापबितर झघा म सेवा करै ह, आ झघा सचा परमेसर को पबितर तम्मू ह, जिनै कोई मिनख कोनी, पण परबु बणायो ह।
बठै कोईबी सराप कोनी होसी। परमेसर अर उन्या को सिंघासन बि नगरी म होसी, अर बिका दास बिकी भगती करसी।