25 पण मेरी सीख जखी थारै कनै ह बिपै चालता रह्यो।’
म तावळोई आबाळो हूँ। इ ताँई जोक्यु बी तेरै कनै ह बिनै थाम्यो राख जिऊँ कोई तेरो अजर-अमर जीवन को मुकट कोनी खोस सकै।
ईसु कह्यो, “सुणो! म तावळोई आऊँ हूँ। भागहाळा ह बे जखा इ पोथी म मांडेड़ा बचनानै जखा आबाळा टेम म पूरा होबाळा हीं बानै मानी हीं।”
इ ताँई, जि सीखनै थे सुण्या हा बानै याद करो अर तौबा करो अर बि सीख क गेल चालो। अर ज तू अंय्यां कोनी करसी जणा म चोर की जंय्यां चाणचुक तेरै कनै आज्यास्युं अर तनै बेरो कोनी पड़बा देस्युँ।
अर आपा जखी आस मुंडाऊँ बोलर मान्या हां बिपै मजबूतीऊँ डट्या रेह्वां, क्युं क जखो आपणाऊँ बादो कर्यो ह बो बिस्वास जोगो ह।
ईसु जखो आ बाता को गुवा ह बो खेवै ह, “हाँ, म तावळोई आऊँ हूँ।” अंय्यांई होवै। ओ परबु ईसु, आ।
सगळी बातानै बिचासो अर जखी चोखी ह बानै पकड़्या रेह्ओ।
थारो परेम सचो होवै। बुराईऊँ बेर करो अर भलाई करता रेह्ओ।
“देखो, बो बादळा क सागै आर्यो ह,” अर “हरेक आँख बिनै देखसी, अठै ताँई बे बी जखा बिनै मार्या हा।” अर धरती का सगळा कूणबा का मिनख “बि ताँई छाती पिटसी।” अंय्यांई होसी! अंय्यांई होवै।
इ ताँई परमेसर को बेटो ईसु मसी अंय्यां को म्हान म्हायाजक ह जखो ईस्बर नगरी गयो। जणा आओ आपा बा बाता म मजबूत रेह्वां जानै आपा मानी ह।
पण मसी बेटो होबा क नातै परमेसर का घर को मुखियो ह, अर ज आपा हिमत अर बि आसनै जिपै आपा बिस्वास करां हां थाम्या राखां जणा आपा बिका परिवार हां।
बठै थारै ताँई झघा बणाया पाछै म थानै लेबा आस्युं। बिकै पाछै आपा सागैई रेहस्यां।
परबु क ओज्यु आबा को दिन चोर की जंय्यां चाणचुक आज्यासी। बि दिन आसमान जोरऊँ गरजसी अर बो सुजसी कोनी। अर आसमान म जत्ता बी गरह ह बे तपर पिघळ ज्यासी, अर आ धरती अर इपै जोक्यु बी ह बो सक्यु बळ ज्यासी।
इको मतबल ओ ह क परबु क आबा ताँई जद बी थे इ रोटीनै खाओ अर इ कचोळा मऊँ पीओ जणा थे परबु की मोत को हेलो पाड़ो हो।
जणा सई टेम आबाऊँ पेली कोईबी बात को न्याय मना करो। परबु क आबा का टेमऊँ पेली आखरी न्याय कोनी होवै। बो अँधेरा म लुखेड़ी बातानै च्यानणा म ल्यासी अर चित का बिचारानै परगट करसी बी टेमई हरेक की बडाई परमेसर कानिऊँ होसी।
बामैऊँ एक जिको नाम अगबुस हो बो पबितर आत्मा क कह्या गेल बतायो की सगळा जगत म काळ पड़सी अर ओ काळ राजा कलोदियुस क टेम म पड़्यो।