जखो जीतै ह बिनै म मेरा परमेसर को पबितर तम्मू को खम्बो बणास्युं। अर बिकै पाछै बे कदैई बारनै कोनी जासी। म बिकै उपर मेरा परमेसर को नाम, नई नगरी यरूसलेम जखी परमेसर की ईस्बर नगरीऊँ उतरबाळी ह बिको नाम अर मेरो नयो नाम मांडस्युं।
म देख्यो क मेरै सामै एक धोळो घोड़ो ह अर बिपै जखो सुवार हो बो तिरख-बाण ले राखी ही। अर बिनै एक ताज पिरायड़ो हो अर बो जीतबाळा की जंय्यां जीतबानै बारनै चलेग्यो।
जणा म समदर क मांयनैऊँ एक खुखार ज्यानबरनै बारनै निकळता देख्यो। बिकै दस तो सींग अर सात सीर हा। अर बिकै सींगा प दस ताज हा। बिका हरेक माथा प परमेसर की बुराई करबाळा नाम मंडर्या हा।
इब म इ जगतनै छोडर थारै कनै आर्यो हूँ पण बे इ जगत म हीं। पबितर परम-पिता थारा बि नाम की सक्तिऊँ जखो थे मनै दिआ हो, बानै बचार राखो जिऊँ बे थारी-म्हारी जंय्यां एक हो सकै।
जद म बाकै सागै हो म थारा बि नाम की सक्तिऊँ जखो थे मनै दिआ हा बानै बचायो। बामैऊँ कोईबी नास कोनी होयो सिवाय बि मिनख क जखो बि गेला प चाल्यो जखो नास कानि लेज्यावै ह, जिऊँ क सास्तर को आंक पूरो होवै।