24 परमेसर की खेबाळा को, अर बिका मिनखा को अर बा सगळा मिनखा को जानै इ धरती प बलि चढायो गयो हो, बाको लोय इ नगरी क माथै ह।”
म बि लूगाईनै परमेसर का मिनखा का लोय अर ईसु मसी की गुवाई देबाळा मिनखा का लोय पीबा की बजेऊँ मतवाळी होता देख्यो। बिनै देखर मनै बोळो ताजूब होयो।
क्युं क अ मिनख थारा मिनखा अर परमेसर की खेबाळा को लोय भुआया हीं। थे बानै पीबानै लोय दिओ ह बे इ जोगाई ह।”
बाको न्याय सदाई सचो ह, क्युं क बे बि बेस्या को न्याय कर्या हीं, जखी धरती का मिनखानै कुकरम करवाती, अर बानै बिगाड़ती ही, अर बो बिऊँ आपका दासा का लोय को बदलो लिओ ह।”
अंय्यां को कोई परमेसर की खेबाळो होयो हो के जिनै थारा बाप-दादा कोनी सताया हो? बे बा परमेसर की खेबाळानै मार गेर्या जखा बि परमेसर का धरमी दास क आबा को समचार पेल्याई दिआ करता हा। अर ठिक बंय्यांई थे बी बिनै धोकाऊँ पकड़ाबाळा अर मारबाळा होया।
जद बे परमेसर को हेलो मिनखा म पाड़ देसी जणा बो खुखार ज्यानबर जखो पताळ मऊँ निकळसी बाऊँ लड़र बानै मार गेरसी।
इ ताँई थे हाबिलऊँ लेर बराखिया का बेटा जकरयाह ताँई जिनै थे मनदर अर बेदी क बिचमै मार्या हा जत्ता बी धरमी मिनखा की हत्या इ धरती प होई ह। बाकी सजा भोगस्यो।
“हे कपट्यो धिक्कार ह थार प, थे चुनाऊँ पोतेड़ी कबर की जंय्यां हो। बे बारनैऊँ तो सोवणी लागै ह पण बाकै मांयनै मुरदो सिडै़ ह।
जखा परबु ईसुनै अर परमेसर की खेबाळानै मार्या अर आपानै दिन घाल्या बाऊँ परमेसर बोळो नराज ह क्युं क बे सगळा क विरोध म हीं।