दरसाव 17:17 - जीवन को च्यानणो (सेकावाटी नया नियम की पोथ्या)
17 क्युं क परमेसर आपकी बातनै पूरी करबा ताँई बाकै मन म अंय्यां करसी अर बानै एक मन होर अंय्यां करबा ताँई उकसासी जिऊँ बे आपकी सक्ति अर आपको अधिकार बि खुखार ज्यानबरनै दे देसी।
इकै पाछै म ईस्बर नगरी म एक ओर ताजूबभरी निसाणी देखी, इबकै म देख्यो क सात ईस्बर नगरी दुत आखरी सात म्हामार्या क सागै हा। क्युं क आकै होबा क सागैई परमेसर को परकोप बी पूरो होज्यासी।
बा सगळानै धोळा चोळा पिराया गया हा अर ओडायो गयो हो क, “क्युंक घड़ी ओर उडिको जद ताँई क थारा साती-संगी अर थारा भाईड़ा की गिणती पूरी नइ होज्यावै जानै बंय्यांई मार्यो जासी जंय्यां थानै मार्यो गयो हो।”