अ सेतानी ओपरी बलाय ही आकै मांयनै चमत्कार करबा की सक्ति ही। अ सगळा जगत का राजानै भेळा करबा ताँई चाल पड़ी जिऊँ अ सऊँ सक्तिसाली परमेसर का न्याय का दिन लड़ाई लड़ै।
इकै पाछै इ दुनिया को अंत आसी, मसी राज करबाळा, उपरी सक्तिया प राज करबाळा अर सक्तियानै नास करसी। जणा पाछै मसी आपको राज परम-पिता परमेसर क हाता म सूप देसी।
पण थे अंय्यां का मिनख कोनी हो। थे तो परमेसर का टाळेड़ा खास मिनख हो। थे स्याही याजका की टोळी अर पबितर कूणबो हो। एक कूणबो जखो परमेसरऊँ निकळ्यो ह। परमेसर थानै अँधकारऊँ ताजूबभर्या च्यानणा म ल्यायो ह। जणा इब थानै चाए क थे बिकी ताजूबभरी बाता को जखी बो करी ह, हेलो पाड़ो। पबितर सास्तर म मंडेड़ो ह,