फलिपी 2:15 - जीवन को च्यानणो (सेकावाटी नया नियम की पोथ्या)
15 जिऊँ थे इ जगत म रेह्बाळा कुटिचर अर पापी मिनखा म परमेसर का खरा अर बिना बलेम हाळा सायर टाबर बण सको। अर आसमान म तारा जंय्यां चिलकै ह बंय्यां थानै बी जगत का मिनखा म चिलकणो चाए,
बे मालिक क घर म चोरी-चकारी नइ करीं, पण पूरी तर्या चोखा अर बिस्वास जोगा बण्या रेह्वै जिऊँ आपानै बचाबाळा परमेसर क बारां म जखो सीखायो गयो ह हर कोई बिको मान करै।
पण थे अंय्यां का मिनख कोनी हो। थे तो परमेसर का टाळेड़ा खास मिनख हो। थे स्याही याजका की टोळी अर पबितर कूणबो हो। एक कूणबो जखो परमेसरऊँ निकळ्यो ह। परमेसर थानै अँधकारऊँ ताजूबभर्या च्यानणा म ल्यायो ह। जणा इब थानै चाए क थे बिकी ताजूबभरी बाता को जखी बो करी ह, हेलो पाड़ो। पबितर सास्तर म मंडेड़ो ह,
एक बिस्वासी मंडळी का रूखाळा परधान म आँगळी टेकबा की झघा नइ हो, बिकै एकई लूगाई हो, खुदनै बस म राखबाळो, थ्यावस राखबाळो अर मरियादा म रेह्बाळो, बो आपकै घर म अणजाण की बी आवभगत करै, बो सीखाबा म निधान हो।
जिऊँ बो बिनै अंय्यां की भळका मारबाळी बिस्वासी मंडळी बणार आप ताँई त्यार करै, जिमै कोईबी दाग कोनी होवै, अर नइ बिकी खाल लटकेड़ी होवै अर नइ बिमै अंय्यां की कोई दुसरी कमी होवै पण पबितर अर बेदाग होवै।
इ ताँई चेता म आ अर आ सोच क तू कठैऊँ गिर्यो, तू तौबा कर अर पेल्या की जंय्यां काम कर, अर ज तू अंय्यां कोनी करसी जणा म तेरै कनै आर तेरा दिपदानानै बि झघाऊँ हटा देस्युँ।