थानै मांडबा ताँई तो मेरै कनै ओर बी बोळो क्युं ह, पण म बानै कागद प स्याईऊँ मांडबो कोनी चाऊँ। इकै बदलै म आ आस करूं हूँ क म थारै कनै आर आमै-सामै बतळाऊँ जिऊँ क आपा राजी होवां।
जणा बे पोलुस की सुणबा ताँई एक दिन राख्यो। अर बि दिन जठै बो रेहर्यो हो बठै बोळासारा मिनख आर भेळा होया। जणा बो मूसा का नेम-कायदा अर परमेसर की खेबाळा की पोथ्याऊँ ईसु क बारां म समजाबा की कोसिस करतो बानै परमेसर का राज क बारां म समजायो। बो दिनग्याऊँ लेर दिन ढळबा ताँई इमई लाग्यो रिह्यो।