1 ईसु बाऊँ बोल्यो, “म थानै सची खेऊँ हूँ, अठै खड़्या मिनखा मऊँ कई-कई तो अंय्यां का ह क बे जद ताँई परमेसर का राजनै बिकी सक्ति क सागै नइ देखले जद ताँई बानै मोत कोनी आसी।”
म थानै सची खेऊँ हूँ, अठै खड़्या मिनखा मऊँ कई-कई तो अंय्यां का ह की बे जद ताँई परमेसर का राजनै कोनी देखले जद ताँई बानै मोत कोनी आवै।”
पण आपा ईसुनै जखो ईस्बर नगरी दुताऊँ चिनोसोई कम बणायो गयो हो, इब बिनै मेमा अर मान को मुकट पेर्या देखां हां, क्युं क बो मोत की पिड़ा भोगी ह। जिऊँ क बो परमेसर की दयाऊँ सगळा मिनखा ताँई मोत भोगै।
क्युं क मेरा राज म थे मेरी चोकी प खाई-पी करस्यो अर राजगद्या प बेठर इजरायल का बारा गोता को न्याय करस्यो।”
म थानै सची खेऊँ हूँ, जद ताँई अ बाता कोनी बितसी इ पिडी को नास कोनी होसी।
“मिनख को बेटो जद ओज्यु आसी। जणा बो आपकी मेमा अर ईस्बर नगरी दुता क सागै आसी। बो एक राजा की जंय्यां आपका मेमाभर्या सिंघासन प बेठसी।
क्युं क आजऊँ लेर जद ताँई परमेसर को राज नइ आज्यावै बि दिन ताँई म ओज्यु आ अँगूरी कोनी पीऊँ।”
अर पबितर आत्मा बिनै आ बता राखी ही क परबु का भेजेड़ा मसीनै देख्या बिना तनै मोत कोनी आवै।
जणा लोग मिनख का बेटानै महासक्ति अर मेमा क सागै बादळा प आतो देखसी।
बि टेम अकास म मिनख का बेटा की आबा की सेलाणी दिखसी, जणा धरती का सगळा कूणबा का मिनख छाती पिटसी अर मिनख का बेटानै मेमा अर सक्ति क सागै बादळा म आतो देखसी।
ईसु बाऊँ बोल्यो, “म थानै सची खेऊँ हूँ अठै खड़्या मिनखा मऊँ कई तो अंय्यां का हीं क बे जद ताँई मिनख का बेटानै बिका राज म आतो नइ देखलीं जद ताँई बे कोनी मरै।”
जणा आ बात चेला म इ हद ताँई फेलगी क बो चेलो कोनी मरै। ईसु ओ कोनी बोल्या हा, क बो कोनी मरसी। पण बाको मतबल ओ हो क, “ज म आ चाऊँ क जद ताँई म आऊँ, ओ अठैई रेह्वै जणा तनै इऊँ काँई?”