11 फरिसी ईसु कनै जार बिऊँ जिदबा लाग्या क, तू सचमई परमेसर कानिऊँ भेजेड़ो ह जणा म्हानै ईस्बर नगरी की कोई सेलाणी दिखा। क्युं क बे ईसुनै फसाबो चावै हा।
अर नइ आपा मसीनै बिचासां, जंय्यांकी बामैऊँ कई कर्या अर बे साप क डसबाऊँ मरगा।
सास्तरानै सीखाबाळा अर फरिसी ईसु कनै आया अर बे ईसुऊँ बोल्या, “ओ गरूजी थे म्हानै कोई ईस्बर नगरी की सेलाणी दिखाओ।”
इ बात प ईसु बिऊँ बोल्यो, “थारै मऊँ कोईबी जद ताँई चमत्कार अर ताजूब का काम नइ देखले, बिस्वास कोनी करो।”
दुसरा बिनै परखबो चावै हा इ ताँई बे ईसुऊँ माँग करी क, “तू म्हानै ईस्बर नगरी की कोई सेलाणी दिखा जिऊँ ओ बेरोपाट सकै क तू ईस्बर कानिऊँ भेजेड़ो ह।”
जणा पतरस बिऊँ बोल्यो, “थे दोन्यु परबु की पबितर आत्मानै बिचासबा ताँई क्याले सोची? इब देख तेरा मोट्यारनै गाडबाळा बारना मई खड़्या हीं अर बे तनै बी लेज्यासी।”
के थे एक बी फरिसी नहिस यहूदि नेतानै जाणो हो जखो बिपै बिस्वास कर्यो होवै?
जणा बे बिऊँ बोल्या, “म्हानै चमत्कार दिखा जिनै देखर म्हें तेरै प बिस्वास करां। तू काँई कर सकै ह?
एक दिन सास्तरानै सीखाबाळो बठै आर ईसुनै फसाबा ताँई बिऊँ बुज्यो, “गरूजी, अजर-अमर जीवन पाबा ताँई म काँई करूं?”
ईसु बाकी चालनै भापगो अर बाऊँ बोल्यो, “थे मनै क्युं बिचासो हो? थे मेर कनै एक सीक्को ल्याओ जिऊँ म देखूँ।”
आ देखर फरिसी अर सास्तरानै सीखाबाळा बिका चेलाऊँ बोल्या, “ईसु चुंगी लेबाळा अर पापी मिनखा क सागै खावै पिवै ह!”
जनाड़ैई सदुकी बी ईसु कनै आया। बे मरेड़ा मऊँ ओज्यु जी उठबानै कोनी मानता हा। बे ईसुनै बुज्या,
बो बाकी चाल भापगो अर बाऊँ बोल्यो, “कपट्यो थे मनै क्युं बिचासो हो?
फरिसी भेळा होर बतळाबा लाग्या, “ईसुनै कंय्यांसिक बिकिई बात म फसायो जावै।”
जद ईसु मनदर म सीख देर्यो हो जणा परधान याजक अर यहूदि नेता ईसु कनै आर बुज्या, “थे अ बाता की अधिकारऊँ करो हो? अर थानै ओ अधिकार कूण दिओ?”
जणा फरिसी ईसुनै बिचासबा ताँई बाऊँ बुज्या क, “नेम-कायदो कोई मिनखनै कोई बी बजेऊँ तलाकनामो देबा ताँई खेवै ह के?”
बे ईसुनै फसाबा ताँई अंय्यां बुजर्या हा जिऊँ बे बिपै दोस लगा सकै। पण ईसु उकड़ू बेठर जमीन प आँगळीऊँ क्यु मांड्यो।
ईसु बाऊँ बोल्यो, “थे आऊँ क्युं जिदर्या हो।”