25 ईसु क बारां म सुणर एक लूगाई जिकी छोरी म सूगली ओपरी बलाय ही बठै बेगीसी आर ईसु का पगा म पड़गी।
बठै एक कनानी कूणबा की लूगाई ईसुनै हेलो देर बोली, “परबु दाऊद का बेटा, मेर प दया कर! मेरी छोरीनै ओपरी बलाय दिन घालरी ह।”
बो मुंडावाणी ईसु का पगा म पड़गो अर बिको जेकारो लगाबा लागगो। अर बो एक सामरी हो।
बा लूगाई जाणती ही क बिकै सागै काँई होयो ह? बा डरती-डरती आई अर ईसु क पगा म पड़र सगळी बाता सची-सची बता दि।
ईसु कनै एक कोढी आयो अर बो ईसुऊँ हात जो'ड़र अरदास करबा लाग्यो अर बोल्यो, “ज थे चाओ तो मेरो कोढ धो सको हो।”
ईसु बि झघानै छोडर सूर नाम की नगरी म एक घर क मांयनै गयो। अर बो चावै हो क बिकै आबा को बेरो कोईनैई नइ पड़ै, पण बो कोनी छापळ सक्यो।
आ लूगाई यूनानी ही अर इको जलम सिरीया क फनिकी परदेस म होयो हो, आनै यहूदि अछूत मानता हा। बा लूगाई ईसुऊँ अरदास करती बोली मेरी छोरी मऊँ ओपरी बलाय काड दे।