ईसु बाऊँ बोल्यो, “थे तो मिनखा म देख-दिखावा का धरमी हो। पण परमेसर तो थारा हियानै जाणै ह, क्युं क जखी चिज मिनखा की नजर्या म बोळी खास ह बिको परमेसर की नजर्या म काँई मोल?
बेचबाऊँ पेली इ जमीन प तेरोई हक हो अर बिकबा क पाछै बी बिका दाम तेराई हा। जणा पाछै तू तेरा मन म आ बात क्याले घड़ीं? अंय्यां कर तू मिनखाऊँ नइ पण परमेसरऊँ झूठ बोल्यो ह।”