8 अर बानै हुकम दिओ, “थे थारी लाठीनै छोडर क्युंबी सागै मना लिओ नइ रोटी, नइ झोळी अर नइ बटूआ म रिपीआ
अर बो बानै खयो, “गेला ताँई थारी जुर्त को क्युंई समान मना ल्यो नइ तो लाठी नइ झोळो, नइ रोटी-टुक, नइ रिपीआ अर नइ पेरबा ताँई न्यारा कुर्ता।
थे बटूओ, झोळी अर लीतरा मना लिज्यो अर नइ गेला म खड़्या होर खिनै नमस्कार करज्यो।
इकै पाछै बो आपका चेलाऊँ बुज्यो, “म जद थानै बिना बटूआ, झोळा अर चपल्या क भेज्यो जणा थानै क्युं चिज की कमी पड़ी ही के?” बे कह्या, “ख्याकीई कमी कोनी होई।”
थे लीतरा तो पेरल्यो पण दुसरो कुर्तो सागै मना लिओ।