अ बाता सुणर बे बिऊँ जिरै करबो बंद कर दिओ अर सगळा परमेसर की आ खेर बडाई करबा लागगा की, “परमेसर गैर-यहूदि मिनखानै बी सचो जीवन जीबा ताँई पापऊँ मन फेरबा को दान दिओ ह।”
इ ताँई थे जाओ अर सास्तर म मांडेड़ा इ बचन को मतबल काँई ह बिनै समजो, ‘म बलिदान कोनी चाऊँ पण दया चाऊँ हूँ। म धरम्या ताँई कोनी आयो पण पाप्यानै बुलाबा आयो हूँ।’”