2 ईसु जद न्याव मऊँ उतर्यो जणा बठै एक मिनख मूसाणा मऊँ ईसु कनै आयो बिकै मांयनै नुगरी ओपरी बलाय ही
बा यहूदिआ का अरदास घर म एक मिनख हो जिकै मांय सूगली ओपरी बलाय ही अर बो चाणचुक्योई जोरऊँ बार घालर
(क्युं क ईसु बिनै खयो हो, “हे नुगरी इकै मांयनैऊँ निकळज्या।”)
जद बो छोरो आर्यो हो जणा बिच मई बा सूगली ओपरी बलाय बिनै रोड़ली अर मरोड़ी देर जमीन प दे मारी। जणा ईसु जोरऊँ बि बलायनै दकालर बि छोरा मऊँ बिनै काड दि। अर छोरानै राजी-खुसी बिका बापनै समळा दिओ।
जंय्यांई बो किनारा प उतर्यो, बानै बि नगरी को एक आदमी मिल्यो जिमै ओपरी बलाया ही जि बजेऊँ कई दिनाऊँ नइ तो बो गाबा पेर्या अर नइ घरा रिह्यो बो तो मूसाणा क मांयनै रेह्तो।
ईसु क बारां म सुणर एक लूगाई जिकी छोरी म सूगली ओपरी बलाय ही बठै बेगीसी आर ईसु का पगा म पड़गी।
दरिआव क किनारै ईसु ओज्यु सीख देबा लाग्यो। अर बिकै च्यारूमेर घणीसारी भीड़ भेळी होगी। इ बजेऊँ बो दरिआव म खड़ी न्याव क मांयनै बेठगो अर लोग दरिआव किनारै खड़्या होगा।
ईसु आ बात इ ताँई बोल्यो क्युं क बठै खड़्या मिनख बोलर्या हा क इमै सूगली ओपरी बलाय रळरी ह।
सूगली ओपरी बलाय बि मिनखनै मरोड़र बार घालती बिमैऊँ निकळगी।
भीड़ बिनै चिथ नइ सकै इ बजेऊँ ईसु आपका चेलानै बोल्यो, “मेरै ताँई एक छोटीसी न्याव को जोगाड़ लगाओ।”
इ बजेऊँ बे भीड़नै बठैई छोडर ईसु जि न्याव म बेठ्यो हो बि न्याव मई बिनै लेर रवाना होया। बठै ओर बी न्याव ही।
बो मूसाणा क मांयनै रेह्तो हो बिनै कोईबी साँकळाऊँ कोनी बांद सक्यो।
ईसु ओज्यु दरिआव पार कर किनारै प हो जदई बिकै च्यारूमेर घणीसारी भीड़ भेळी होगी।