10 ईसु बोळासारा मिनखानै निरोगो कर्यो हो इ ताँई घणासारा रोगला बिकै हात अड़ाबानै बिपै पड़र्या हा।
ईसु जि गाँव, नगरी अर बसत्या म जातो हो लोग बठैई रोगलानै बजारा म ल्यार बिऊँ अरदास करता हा क बो बानै आपका गाबा की कोर क हात अड़ाबा दे अर जत्ता बी बिकै हात अड़ाता हा बे निरोगा होज्याता हा।
अर बे ईसुऊँ अरदास करै हा क बो बानै आपका गाबा की कोर क हात अड़ाबा दे अर जत्ता बी बिकै हात अड़ाया बे निरोगा होगा।
ईसु गलिल नगरी की सगळी झघा म घूमतो होयो अर अरदास करबाळी झघा म परमेसर का राज का चोखा समचार क बारां म बतातो अर लोगा का रोग अर कमजोरीनै दूर करतो रिह्यो।
भेजेड़ा चेला जोक्यु कर्या हा बिको नतिजो ओ होयो क लोग रोगलानै सड़का प खाट अर बिछावणा बिछार बापै सुवा देता क्युं क जद पतरस बठिकी जावै जणा बिकी छाया बापै पड़ सकै।
बि बठै एक सुबेदार हो जिको एक दास बिमारीऊँ मरबाळोसो होर्यो हो इ दासऊँ सुबेदारनै लगाव बी बोळो हो।
क्युं क परबु बानैई सुदारै ह जाऊँ बो परेम करै ह, अर बो बानैई सजा देवै ह जानै बो आपको बेटो करर अपणावै ह।”
अर ईसु बिऊँ बोल्यो, “बेटी तू तेरा बिस्वास की बजेऊँ निरोगी करी गई ह, सुकऊँ चली जा अर बिमारीऊँ बची रेह।”
अर जद ईसु न्यावऊँ किनारै प उतर्या जणा बे भीड़नै सामै खड़ी देखी। बानै बि भीड़ प तरस आयो अर बठै जत्ता बी रोगला हा ईसु बानै निरोगो कर्या।
ईसु बाकी चाल समजगो अर बठैऊँ चलेगो। पण भीड़ बाकै गेल होलिनी। ईसु सगळा रोगलानै निरोगो कर्यो।
बे बेतसदा पुग्या अर बठै लोग एक आँदानै ईसु कनै ल्याया अर ईसुऊँ अरदास करता बोल्या बिपै हात धरद्यो।
बा न्यावा मऊँ समोन हाळी न्याव प चढर बो न्यावनै किनाराऊँ क्युंक थोड़ी घणी हटाबा ताँई खयो। अर पाछै बि खड़ी न्याव प बेठर बो जनतानै सीखाबा लाग्यो।
अर सगळा बिकै अड़बो चावा हा क्युं क बिमैऊँ सक्ति निकळरी ही जखी सगळानै निरोगो कर'री ही।
बि टेमई ईसु बोळा रोगलानै बाकी पिड़ाऊँ निरोगा कर्या, ओपरी बलायाऊँ मिनखानै छुटाया अर बोळा आँदानै आँख्या दि।